नववर्ष की शुभकामनाएं
नववर्ष की शुभकामनाएं, देने की है आदत।
यह ईस्वी सन नहीं हमारा, तब भी करते स्वागत।।
समझो नहीं इसे मजबूरी, मान सभी को देते।
हम हिन्दुस्तानी है यारो, अपना सबको लेते।।
जिसमें दिखती जगत भलाई, वह हमको भी प्यारा।
स्वाभिमान युक्त शुभकामना, है सिद्धांत हमारा।।
फर्क नहीं पड़ता है हमको, किस दिन तीर्थ नहायें।
नया वर्ष तो आप मनाओ, तीर्थाटन हम जायें।।
रातों के हम जश्न न माने, शुभ दिन रोज मनाते।
एक जनवरी सनातन नहीं, सदा यही समझाते।।
चैत्र प्रतिपदा पर खुशियां का, उत्सव पर्व अनोखा।
एक नहीं नो दिन तक चलता, प्रेम भक्ति रस चोखा।।
शुभ ईस्वी नववर्ष सभी को, शुभकामना हमारी।
सनातनी नववर्ष मनाने, हिन्द देश तैयारी।।
नया साल त्योहार हमारा, करते नो दिन पूजा।
प्रकृति सृजन से पर्व जुड़ा है, ऐसा दिन नहि दूजा।।
राजेश कौरव सुमित्र
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