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हिसार में ‘कृषि दर्शन एक्सपो २०२३’ का उद्घाटन
हिसार में ‘कृषि दर्शन एक्सपो २०२३’ का उद्घाटन: उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान में १८ से २० फरवरी २०२३ तक होने वाले कृषि दर्शन एक्सपो/कृषि मेले का उद्घाटन आज श्री जे. पी. दलाल, कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी, मत्स्य पालन तथा कानून एवं विधायी मंत्री, हरियाणा सरकार द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली से विशेष रूप से पधारे वरिष्ठ अधिकारीगण डॉ. वी. एन. काले, अपर आयुक्त, श्री ए. एन. मेश्राम एवं श्री सी. आर. लोही, उपायुक्त तथा श्री वाई. के. राव, सहायक आयुक्त भी उपस्थित रहे। विभिन्न केंद्र व राज्य संस्थानों के निदेशक व अधिकारियों के अतिरिक्त दूर-दूर से आये हजारों की संख्या में किसान उद्घाटन कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते दिखे।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश जैन ने बताया कि भारत सरकार की विशेष मुहिम के अंतर्गत यह वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष २०२३ मनाया जा रहा है। इसको लेकर सिरसा रोड़, हिसार स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टी.टी.सी.केंद्र) में १८ फरवरी से २० फरवरी तक तीन दिवसीय एक भव्य कृषि मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मिलेट्स व उनसे सम्बंधित कृषि यंत्रों की धूम रहेगी। इस कृषि मेले में किसानों के लिए पुरानी स्प्रे तकनीक की अपेक्षा ड्रोन द्वारा फसलों में स्प्रे के प्रयोग की तकनीकी जानकारी भी संस्थान द्वारा किसानों को प्रदान की जा रही है।
किसानों के लिए यह तकनीक अभी नई है और धीरे-धीरे लोग इसे अपना रहे है। ड्रोन के द्वारा कीटनाशकों का स्प्रे करने की तकनीक को केंद्र सरकार भी बड़े स्तर पर प्रमोट कर रही है। ड्रोन खरीदने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किसानों को अच्छी-खासी सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। इस तकनीक से समय की भी बचत होगी तथा किसानों के स्वास्थ्य को भी नुकसान नहीं होगा, ड्रोन को उड़ाने के लिए पायलट सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य है, इसके लिए संस्थान में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण प्रयोगशाला की स्थापना भी की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि कृषि मेले के दौरान १९ फरवरी को “मिलेट्स उत्पादन एवं इसके मूल्यवर्धन के लिए अभियांत्रिक योगदान” पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमे सभी फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थानों, भारतीय कृषि अनुसंधान के विभिन्न संस्थानों, राज्य कृषि विश्व विद्यालय, राज्य संगठनों व केंद्रों से अधिकारी भाग लेंगे।
कृषि मंत्रालय के अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वी. एन. काले ने किसानों को सम्बोधित करते हुए मिलेट्स के महत्त्व, ड्रोन तकनीक, फसल अवशेष प्रबंधन, कृषि क्षेत्र में नवाचारों, कृषि मशीनीकरण के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए महवपूर्ण कदमों एवं पहल के बारे में बताया।
इस अवसर पर श्री जे. पी. दलाल, कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी, मत्स्य पालन तथा कानून एवं विधायी मंत्री, हरियाणा सरकार ने एक पुस्तक “मिलेट्स का उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन के लिए मशीनरी” का विमोचन किया। माननीय कृषि मंत्री द्वारा इस अवसर पर अनुसूचित जाति के किसानों के लिए मशीनरी के खरीद के लिए सब्सिडी की घोषणा की और डिजिटल ड्रॉ के माध्यम से ६३ लाभार्थी किसानों के नाम घोषित किए।
किसानों को सम्बोधित करते हुए मिलेट्स के महत्त्व और भविष्य में मिलेट्स के प्रयोग को बढ़ावा देने के बारे में बताया। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी के किसानों के हित के लिए उठाए गए कदमों की प्रशंसा की और अंतराराष्ट्रीय स्तर पर भी मिलेट्स की मांग बढ़ने और भविष्य की अपार संभावनाओं के बारे में बताया, जिससे किसान की आय में निश्चित रूप से वृद्धि होगी।
कृषि मेले के मुख्य आकर्षण की बात की जाए तो इसमें कम पानी में अधिक पैदावार, मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने, खेती की समस्याओं व उनके समाधान, कृषि सम्बंधी लोन की सुविधा, कृषि मशीनरी की खरीद, उन्नत बीज, कीटनाशक व उर्वरक, आधुनिक व नई तकनीक वाले कृषि यंत्रों के अलावा सिंचाई, ग्रीन हाउस, पम्प व सोलर तकनीक की जानकारी उपलब्ध करवाना शामिल है।
किसान किस प्रकार कम लागत में कम कृषि भूमि पर अधिक पैदावार प्राप्त करें, इस बारे में उन्हे नई तकनीक से भी अवगत कराया जाएगा। कृषि प्रदर्शनी में इस बार कुछ कंपनियाँ प्रदर्शनी के दौरान, किसानों के लिए अनुभवी लोगों द्वारा प्रशिक्षण की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कृषि प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों के लिए आधुनिक व नई तकनीकें लाना इस कृषि दर्शन मेले का मुख्य उद्देश्य है।
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