Table of Contents
भाई बहन का प्यार
लेकर भाई बहन का प्यार
आता राखी का त्यौहार
दूर ससुराल से आई बहन
भाई-बहन का हुआ मिलन
बहना बाँध रही राखी
भाई अंतरमन से सुखी
भाई ने दिया एक उपहार
बहन की खुशियाँ हुईं आपार
बहन की रक्षा का ले व्रत
भाई का प्यार हुआ प्रतिशत
रक्षा बंधन
सावन का जब मास है आता
कई-कई त्यौहार है लाता
सबसे उत्तम रक्षा बंधन
भाई बहन का इसमे बंधन
बहन ने भाई के ललाट पर
टीका काढा मन से हो तर
हाथ में राखी बाँध के बहना
उसकी ख़ुशी का क्या है कहना
कितना सुंदर यह त्यौहार
भाई बहन का बढ़ता प्यार
इसको हम सब कभी न भूलें
खुशियों के झूले में झूलें
सावन आता
सावन आता आती बहना
घर की खुशियों का क्या कहना
राखी के संग आती बहन
भैया को करती है नमन
बाँध के राखी वह नूतन
बहना लेती एक वचन
भैया भूल न जाना बहना
सच्चे प्यार को व्यर्थ न करना
मात पिता के बाद तुम्हीं हो
माईके के आधार तुम्हीं हो
आऊँगी मैं हर एक वर्ष
और मिलूंगी सदा सहर्ष
मेरी उमर तुम्हें लग जाये
पर तेरा आशीष न जाये
भैया बोले हरी रहो
दूध पूत से भरी रहो
विजय वर्धन
लहेरी टोला
भागलपुर
यह भी पढ़ें-
1 thought on “भाई बहन का प्यार”