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कोरोना (Corona)
Corona: सबके सिर से नशा उतारा जा रहा है,
अब सीधे दिल में खंज़र मारा जा रहा है।
पहले जिस ज़हर को हवाओं में घोला गया,
अब उसे सबकी नसों में उतारा जा रहा है।
सियासत नें सफ़ाई का नया तरीक़ा तलाशा है,
अब जो भी बग़ावत करे उसे मारा जा रहा है।
अस्पतालों में तरक्कियों ने आसमान छुआ है,
अब बिस्तरों से सीधे क़ब्र में उतारा जा रहा है।
अभियान चल रहा है ग़रीबी को मिटाने का,
या यूँ कहो कि ग़रीबों को ही मारा जा रहा है।
षणयंत्र है कि अपने घर में ही रहना है ‘समर’ ,
हक़ीक़त है कि सबको सड़क पर उतारा जा रहा है।
काबिले-तारीफ़
दिल की बातें जान जाना क़ाबिले-तारीफ़ है,
तूफ़ान में दिया जलाना क़ाबिले-तारीफ़ है॥
इश्क़ था एक दौर में और आज क़ातिल हो गया,
उस शख्श से रिश्ता निभाना क़ाबिले-तारीफ़ है॥
वास्ते अपनों के सबकी जान हाज़िर है मग़र,
दुश्मनों से दिल लगाना क़ाबिले-तारीफ़ है॥।
पास आकर ही उसे चक्कर-सा आना लाज़िमी,
मुझको छूने का बहाना क़ाबिले-तारीफ़ है।
रूह से फिर जिस्म तक उसको सफ़र तो याद है,
और सब कुछ भूल जाना क़ाबिले-तारीफ़ है॥
दिल लगाकर क़त्ल करना अब तो जौहर है उसे,
पर आज भी खंज़र पुराना क़ाबिले-तारीफ़ है॥
एक ख़ूबी ये है कि उसका घर बनारस है ‘समर’ ,
दिल तोड़कर गंगा नहाना क़ाबिले-तारीफ़ है॥
क्यों नहीं
कोई ख़ंजर मेरे सीने में उतर क्यों नहीं गया,
मैं उससे जुड़ा नहीं तो बिखर क्यों नहीं गया।
इसी बहाने कुछ दिन और भी जी लेता मैं,
वो आया तो मेरे पास ठहर क्यों नहीं गया।
उसके जाने से ही मेरी दुनियाँ वीरान हो गई,
औऱ लोग पूछते हैं कि मैं घर क्यों नहीं गया।
जिस शहर में कोई तेरा इंतजार कर रहा है,
तू पलट कर फ़िर उस शहर क्यों नहीं गया।
मलाल रहेगा इस बात का ताजिंदगी मुझे,
”समर” तेरा हो न सका तो मर क्यों नहीं गया।।
जुदाई
अदा ये दिन से सीखा है वक़्त दर वक़्त ढल जाना
हुनर मौसम से सीखा है हौले-हौले बदल जाना,
हम टूटेंगे बिखरेंगे ये तेरी सोच थी लेकिन
खुद के दिल से सीखा है टूट कर फिर संभल जाना।
खबर क्या थी मोहब्बत का कभी ऐसा सिला होगा
दर्द ही दर्द होगा बस न कुछ शिक़वा गिला होगा,
सुना था छीनने वाले क़भी भी कुछ नहीं पाते
हमसे छीन कर सब कुछ क्या उनको मिला होगा।
आशियाँ दिल का खाली था अगर भरते तो क्या भरते
मौत भी आनी थी इक दिन अगर डरते तो क्या डरते,
अपने मतलब की खातिर सब मिटा कर रख दिया तुमने
अकेले जी नहीं पाते ग़र न मरते तो क्या करते॥
हिमांशु ‘समर’
ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश
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