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अयोध्या धाम में प्रभु राम
अयोध्या धाम में प्रभु राम तुम्हारी हो रही आगत है।
तुम्हारी अवधपुरी में तुम्हारा ही बहुत स्वागत है॥
पांच सौ वर्ष का वनवास अब हो रहा ख़त्म है।
तुम्हारे अलौकिक रूप प्रतीक्षा का हो रहांत है॥
जन जन का प्राण प्रतिष्ठा के दिन बहुत स्वागत है।
अयोध्या धाम प्रभु राम तुम्हारी हो रही आगत है॥
त्रेता युग सत्य ज्ञान दर्शन अब उद्धार करेगा।
अब जन-जन मन मस्तिष्क में उपकार भरेगा॥
अब तो सरयू का जल और भी निर्मल लागत है।
अयोध्या धाम प्रभु राम तुम्हारी हो रही आगत है॥
विधि विधान देव सम्मत हो रहा मंदिर आरंभ है।
लगता है राममय राम युग का हो रहा प्रारंभ है॥
अब त्याग तपस्या वचन देख जन-जन जागत है।
अयोध्या धाम प्रभु राम तुम्हारी हो रही आगत है॥
पूर्ण हुआ राम मंदिर का ख़्वाब
भारत ओर छोर से भक्तगण सैलाब था अयोध्या धाम में।
सदियों संघर्ष का पूर्ण हुआ ख़्वाब था अयोध्या धाम में॥
शताब्दियों की प्रतीक्षा बाद प्राण प्रतिष्ठा क्षण आया था।
साक्षात सामने रामलला मूरत का श्यामल वर्ण आया था॥
हर कोना-कोना राममय शृंगार नायाब थायोध्या धाम में।
सदियों संघर्ष का पूर्ण हुआ ख़्वाब था अयोध्या धाम में॥
विलक्षण विहंगम प्रतिमा प्राणप्रतिष्ठा हुईअयोध्या धाम में।
राजाराम रामराज्य की सिद्ध प्रतिष्ठा हुई अयोध्या धाम में॥
हर मिथक का सिद्ध सत्य जवाब था अयोध्या धाम में।
सदियों संघर्ष का पूर्ण हुआ ख़्वाब था अयोध्या धाम में॥
मां भारती के चरणों में सनातन संस्कृति ने स्पर्श किया था।
हमारे पुरातन संस्कारों नेअयोध्या में व्यक्त हर्ष किया था॥
मानवतादर्श राम का हरओर लगाव थायोध्या धाम में।
सदियों संघर्ष का पूर्ण हुआ ख़्वाब था अयोध्या धाम में॥
एस. के. कपूर “श्री हंस”
बरेली
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