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दो मीठे बोल प्यार के कमाल कर सकते हैं
दो मीठे बोल प्यार के कमाल कर सकते हैं।
दूसरे को प्रसन्नता से गुलाल कर सकते हैं।।
एहसास कभी दस्तक की मोहताज नहीं होती।
जैसे खुशबू बंद दरवाजों से भी पार है होती।।
आपके प्रेमवचन किसीको निहाल कर सकते हैं।
दो मीठे बोल प्यार के कमाल कर सकते हैं।।
मेल मिलाप से जिओ तो एक उमर कम नहीं होती।
प्रेम से मीठा बोलो तो कभी जुबान गरम नहीं होती।।
कड़वे बोल किसी को भी पीला लाल कर सकते हैं।
दो मीठे बोल प्यार के कमाल कर सकते हैं।।
रिश्तों की कद्र समय की तरह ही करना चाहिए।
शब्दों के तीर को सदैव बचा कर रखना चाहिए।।
तीर निकल सीधे दिल का बुरा हाल कर सकते हैं।
दो मीठे बोल प्यार के कमाल कर सकते हैं।।
शुक्रिया करो प्रभु का कि जीवन प्रदान किया
रोज शुक्रिया करो प्रभु का कि जीवन प्रदान किया।
देकर अनमोल मानव जीवन हम पर एहसान किया।।
यह जिंदगी प्रभु की कर्ज है सदैव यह अहसास रहे।
हमारे दिल में प्रभु के लिए श्रद्धा कुछ खास रहे।।
रोज आत्मनिरीक्षण करें कि हमनें क्या योगदान दिया।
रोज शुक्रिया करो प्रभु का कि जीवन प्रदान किया।।
आपका अंतर्मन स्वयं में ही ईश्वर के समान होता है।
जो पत्थर चोट सहता तो फिर जाकर भगवान होता है।।
कुछ करने के लिए ही प्रभु ने हमें मानव परिधान दिया।
रोज शुक्रिया करो प्रभु का कि जीवन प्रदान किया।।
शंका अहम जिद ईर्ष्या ले जाती है पराजय की ओर।
प्रेम स्नेह से जीत सकते हैं इस संसार का ओर-छोर।।
हमेशा प्रभु के कर्जदार रहेंगे कि जीवन का वरदान दिया।
रोज शुक्रिया करो प्रभु का कि जीवन प्रदान किया।
व्यक्ति के बोलने से उसका व्यक्तित्व पता चलता है
व्यक्ति के बोलने से उसका व्यक्तित्व पता चलता है।
आदमी के आचरण से ही उसका चरित्र पता चलता है।।
अच्छे कपड़े सुंदर चेहरा नहीं मन की बात बताते हैं।
उजले तन वाले भीतर का जहर बाहर नहीं लाते हैं।।
आदमी के कामों से ही कृतित्व का पता लगता है।
व्यक्ति के बोलने से उसका व्यक्तित्व पता चलता है।।
आदमी के बोल वचन से ही शिष्टाचार बोलता है।
आदमी का बोलना ही राज व्यवहार का खोलता है।।
आत्म अनुशासन से दायित्व बोध का पता लगता है।
व्यक्ति के बोलने से उसका व्यक्तित्व पता चलता है।।
व्यक्ति का व्यक्तित्व सफलता की कुंजी के समान होता है।
व्यक्ति की इच्छाशक्ति संकल्पशक्ति पूंजी समान होता है।।
आदमी की कर्मशीलता से कर्तव्य बोध का पता चलता है।
व्यक्ति के बोलने से उसका व्यक्तित्व पता चलता है।।
हताशा और अंहकार हम को मार देता है
हताशा और अहंकार हम को मार देता है।
जीतते हुए भी अंत में हमको हार देता है।।
यह मत सोचो कितने पल मिले हैं जिंदगी में।
उत्साही लोगों को सुंदर कल मिले हैं जिंदगी में।।
गलती से सीखने वाला जीवन सुधार लेता है।
हताशा और अंहकार हम को मार देता है।।
मैदान में हारा हुआ ला जीत से प्रीत सकता है।
लेकिन मन से हारा नहीं कोई बाजी जीत सकता है।।
नहीं खोता जोश और होश वो जीवन संवार लेता है।
हताशा और अंहकार हम को मार देता है।।
बाद मरने के यादों की एक उम्र जीता है आदमी।
वह कई बार मरता जो प्रेम से रीता है आदमी।।
कटु नहीं मीठी वाणी को ही सम्मान संसार देता है।
हताशा और अंहकार हम को मार देता है।।
जिंदगी आसान नहीं होती आसान बनानी पड़ती है।
खाली लकीरों में हमें खुद ही रंगत लानी पड़ती है।।
अच्छी सोच और अच्छा कर्म दुखों में भी संवार देता है।
हताशा और अंहकार हम को मार देता है।।
दूर-दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं
दूर- दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं।
न हो सहयोग तो भी रिश्ते रूठ जाते हैं।।
जब होता विश्वास तो जुड़ाव होता है।
स्नेह प्रेम से ही पैदा लगाव होता है।।
बुलाते रहो नहीं तो यह रिश्ते छूट जाते हैं।
दूर – दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं।।
याद करते रहो बात करते रहो यही मंत्र है।
मेल मिलाप पर ही टिका रिश्तों का तंत्र है।।
मत सींचों तो पौधों से रिश्ते भी सूख जाते हैं।
दूर – दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं।।
एहसास के पक्के धागों सा हर रिश्ता होता है।
जितना निभायो फिर उतना ही मजबूत होता है।।
मुश्किलों में दो साथ तो रिश्तें अटूट हो जाते हैं।
दूर – दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं।।
अहम अविश्वास में सारे रिश्ते बिखर जाते हैं।
वहीं जब बिन कहे समझ लें तो संवर जाते हैं।।
बिना गर्माहट कच्चे बर्तन से रिश्ते फूट जाते हैं।
दूर – दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं।।
दुःख में भी सुख की खोज ये सोच होनी चाहिए
दुःख में भी सुख की खोज ये सोच होनी चाहिए।
सदैव ही निरंतर सुधार की कोशिश रोज होनी चाहिए।।
आशावान व्यक्ति कभी जीवन में पराजित नहीं होता है।
जो भी मन से हार गया वह अपना सर्वस्व ही खोता है।।
राह के पत्थरों से सीढ़ी बनाने की भी खोज होनी चाहिए।
दुःख में भी सुख की खोज ये सोच होनी चाहिए।।
जीवन में कुछ ऐसा नहीं जिसे पाया नहीं जा सकता है।
सकारात्मक ऊर्जा से सब कुछ बनाया जा सकता है।।
लक्ष्य प्राप्ति को जरूरी कि इच्छा जोश की होनी चाहिए।
दुःख में भी सुख की खोज ये सोच होनी चाहिए।।
केवल साधन संसाधन से नहीं जीत का रास्ता खुलता है।
हर काम आनंद से खुशी का खजाना पल-पल जुड़ता है।।
नकारात्मक ऊर्जा से मनोवृति दूर खामोश होनी चाहिए।
दुःख में भी सुख की खोज ये सोच होनी चाहिए।।
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है।
दूर हर नफरत से मां यह काम इसका है।।
बसी है आत्मा उसकी घर परिवार फुलवारी में।
बसती है ममता उसकी बच्चों किलकारी में।।
चुंबकीय आकर्षण सा खींचता मां फेरा इसका है।
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है।।
मां की गोद मां की दुआ हर दर्द को हर लेती है।
मां जैसा कोई नहीं दूसरा दुनिया यही कहती है।।
संसार ने बांधा मां स्नेहिल प्रेम सेहरा इसका है।
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है।।
घर की चारदीवारी को जैसे स्वर्ग बना देती है।
बच्चों के दुखों को मां अपना दर्द बना लेती है।।
माता कभी कुमाता न होती तथ्य जुड़ा इसका है।
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है।।
मां ममता मूरत परिवार कल्याणी कहलाती है।
मां संस्कार संस्कृति की हर बात बतलाती है।।
हर बला बचाता मां की दुआ का घेरा इसका है।
वह एक है वह अनेक है मां नाम उसका है।।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा
बस बात इतनी सी है कि तुम समझ लो यारा।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा।।
दर्द और गम में भी तुम जरा मुस्कुराना सीखो।
जरा से ही संकट में डर कर मत घबराना सीखो।।
छोटी – छोटी बातों में ही तनाव नहीं है गंवारा।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा।।
स्वार्थ लोभ लालच से खुद को जरा बचाना होगा।
दोस्ती और रिश्तों को बस दिल से निभाना होगा।।
प्रेम स्नेह के लिए भी एक उम्र कम कभी है विचारा।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा।।
कोशिश करो जलाने की दीपक किसी के अंधकार में।
बस जरूरत है साथ चलने की सबके सरोकार में।।
बिना परिश्रम के नहीं इस धरती पर होता है गुजारा।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा।।
खुश रहने के लिए बस ढूंढते रहो कोई भी बहाना।
कोई भी रूठे तुमसे बस उसको जरूर ही मनाना।।
वही होता है सफल जिसने समस्या को ललकारा।
यह जीवन बहुत अनमोल है न मिलेगा दुबारा।।
नहीं बचेगी बेटी अगर माँ कहाँ से लाओगे
नहीं बचेगी बेटी अगर माँ कहाँ से लाओगे।
फिर लिंग असुंतलन ही आगे तुम सब पाओगे॥
हर बेटी कह रही कि मेरे जन्म को करो स्वीकार।
बेटी नहीं बस पराया धन मैके से भी करे प्यार॥
नहीं बचेगी बेटी तो पुत्र विवाह कैसे कर पाओगे।
नहीं बचेगी बेटी अगर माँ कहाँ से लाओगे॥
आज नारी कर रही हर काम जो पुरुष करते हैं।
कन्यादान से मिलता पुण्य जो जीवन को तरते हैं॥
बिन बेटी के आज्ञाकारी संतान कहाँ से पाओगे।
नहीं बचेगी बेटी अगर माँ कहाँ से लाओगे॥
बिटिया की आवाज सुनो वह कर रही है पुकार।
कलयुग के दौर में क्यों कर रहे भ्रूण हत्या विचार॥
बिन नारी के कोई मकान घर कैसे बना पाओगे।
नहीं बचेगी बेटी अगर माँ कहाँ से लाओगे॥
सारे संसार में अनोखा अनूठा हमारा भारत देश
वसुधैव कुटुंबकम् विश्व बंधु का दिया भारत ने संदेश।
सारे संसार में अनोखा अनूठा है हमारा भारत देश।।
हमारे जैसी विविधता में एकता अन्यत्र पाई नहीं जाती।
पेड़ पत्थर भी हम पूजते ये कहीं और बताई नहीं जाती।।
भ्रमण से पता चलता भारत की संस्कृति का हाल विशेष।
सारे संसार में अनोखा अनूठा है हमारा भारत देश।।
भारत में रिश्तें निभाए जाते हैं किसी आराधना की तरह।
सबका ही मान-सम्मान किया जाता है साधना की तरह।।
हम जियो और जीने दो मानते हैं नहीं दिखाते आवेश।
सारे संसार में अनोखा अनूठा है हमारा भारत देश।।
हम शांति का संदेश दे रहे दुनिया को बन कर निरपेक्ष।
देश – विदेश में बता रहे हम अमन- चैन का जनादेश।।
अपनी जड़ों से जुड़ हम कर रहे आधुनिकता में प्रवेश।
सारे संसार में अनोखा अनूठा है हमारा भारत देश।।
एस के कपूर “श्री हंस”
बरेली
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